किचन के लिए वास्तु
1. घर की दक्षिण पूर्व दिशा किचन बनाने के लिए सबसे उपयुक्त हैं। क्योंकि इस दिशा के स्वामी अग्नि देव हैं। लेकिन अगर किसी वजह से आप इस दिशा में किचन नहीं बना पा रहे हैं तो उत्तरपश्चिम दिशा में भी किचन बनाया जा सकता है।
2. बात आती है कि कहां रखें गैस स्टोव तो दोस्तों कुकिंग गैस आपके किचन की सबसे जरूरी चीज है लिहाजा इसे भी सही दिशा में रखना जरूरी है। इसलिए गैस स्टोव को किचन के दक्षिण पूर्व दिशा में रखना बेहतर माना जाता है।
3. कहां हो सिंक ओर नल बहते पानी का संकेत देते हैं। इसलिए आपके किचन में सिंक की जगह उत्तर पूर्व दिशा में गैस स्टोव से दूर होनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि आग और पानी विपरित तत्व हैं।
4. यदि किचन बड़ी है और उसमें फ्रिज की जगह भी हो तो अगर आपका फ्रिज किचन में ही है तो इसे दक्षिण पश्चिम दिशा में कॉर्नर से थोड़ा दूर हटाकर रखें। लेकिन उत्तर पूर्व दिशा में फ्रिज बिल्कुल ना रखें।
5. खिड़कियों की जगह वास्तुशास्त्र के मुतबिक किचन में कम से कम एक खिड़की या एग्जॉस्ट का होना बेहद जरूरी है। और ये किचन की पूर्व दिशा में होना चाहिए।
6. स्टोरेज स्पेसकिचन में बर्तनों से लेकर राशन तक रखने के लिए स्टोरेज स्पेस का होना भी बहुत आवश्यक है। लिहाजा स्टोरेज अलमारियां बनाने के लिए दक्षिण या पश्चिम की दीवारों का इस्तेमाल किया जा सकता हैं। उत्तर और पूर्व दिशा की दीवारों में स्टोरेज स्पेस नहीं बनवाना चाहिए।
7. बिजली के उपकरण की जगह आजकल के किचन में जहां एक ओर गैस होती है वह दूसरी तरफ इलेक्ट्रिक सामान भी होता है। ओवन से लेकर माइक्रोवेव और टोस्टर से लेकर मिक्सी तक। लिहाजा इन सभी उपकरणों को रखने के लिए दक्षिण पूर्व दिशा सबसे अच्छी मानी जाती है।
8. पानी के बर्तन की जगह पीने के पानी के लिए चाहे आप फिल्टर का इस्तेमाल करते होंए या फिर घड़े काइन सभी को किचन की उत्तर पूर्व दिशा में रखना चाहिए।
9. वास्तु विज्ञान के अनुसार टूटे हुए दरवाजेए उखरे हुए प्लास्टरए दीवारों की दरारोंए टूटी हुई वस्तुओंए फीकी पेंटिंग वाली दीवारों से वास्तु दोष होता है। अगर किचन में बड़ा छज्जा निकला हुआ है और रोशनी कम है तो भी वास्तु दोष होता है तथा वहां नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
10. किचन बहुत लम्बा और बड़ा होता हो लेकिन इसमें धुंआ निकलने के लिए चिमनी की व्यवस्था नहीं हो तो धुंआ घर में रह जाता है। इससे दीवारें काली पड़ने लगती हैं। किचन का रंग फीका होने पर भी वास्तु दोष लगता है इसलिए किचन बहुत लंबा नहीं होना चाहिए और किचन से धुंआ निकलने का पूरा प्रबंध होना चाहिए। किचन की दीवारों का रंग फीका होने लगे तो तुंरत कलर करा लेनी चाहिए।
11. किचन में रोशनी का अच्छा प्रबंध करें ताकि कोई भी कोने में अंधेरा नहीं रहे।
12. दीवारों में दरारे आने पर उसकी मरम्मत में देर न करें। किचन को हमेशा साफ रखें।
13. रात में सोने से पहले किचन की साफ सफाई कर लें।
14. झूठे बर्तन वॉश बेसिन में रात का नहीं छोड़े। सुबह और शाम में भोजन बनाने से पहले किचन में धूप दीप दिखायें।
15. किचन में नीलाए कालाए हरा रंग कराने से बचें।
16. जिस बर्तन में आप चपाती रखते हैण्ण्ण्ण् जैसे चपाती बॉक्सए उसे खाली ना रखें एक चापाती या एक चपाती का टुकड़ा उसमें हमेशा रखें।
17. रोटी बनाते समय पहली रोटी गाय के लिये जरूर निकाले। इसके साथ कोशिश करे के स्नान आदि के बाद ही किचन में प्रवेश करे यदि ऐसा ना कर सके तो किचन में झांडू लगाने के बाद ही खाना बनाना शुरू करें।
18. आपने अनेक ऐसे घर देखें होगे तो रसोई में ही छोटा सा मंदिर स्थापित कर देते है किन्तु वास्तुशास्त्र मानता है कि इससे देवता गुस्सा होते है ओर ऐसे करने वाले घरों को दरिद्र बना देते है
19. रसोई हो या घरए सामान अस्त व्यस्त नही पडा रहना चाहियेंए अन्यथा घर पर राहू केतु का बुरा प्रभाव पड़ता हैए जिसके कारण घर के सदस्यों को अनेक तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
20. ध्यान रखें कि आपके घर के प्रवेश द्वार से आपकी रसोई का चुल्हा नही दिखना चाहियेंए लेकिन फिर भी किसी कारणवश आपको मुख्य द्वार के सामने रसोई बनवानी पड़ी है तो आप रसोई के सामने एक मोटा पर्दा लगवा दें।
किचन घर की आत्मा कहा जाता है। अगर यह स्थान वास्तु दोष में आ जाए तो घर में रहने वाले लोग कभी खुश नहीं रहते। घर मं रहने वाले लोग अक्सर बीमार होते रहते हैं। लिहाजा किचन का वास्तु दोष को कहे अलविदा।
इन वास्तु उपायों का अपनाकर आप अपनी रसोई का निर्माण कर सकते है साथ ही बताएं गये रसोई के वास्तुदोष निवारण उपाय निश्चित रूप से आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे अगर फिर भी आपको कोई समस्या या डाउट रह जाता है तो आप वास्तु से सम्बंधित कुछ जानना चाहते है तो आप हमें तुरंत नीचे कमेंट करेक जानकारी हासिल कर सकते है