मैंने सौंपी है, जीवन की नैया तेरे हाथ, ये हाथ कभी ना छूटे, बंधन कभी ना टूटे, रहना तू साथ, मैंने सौंपी हैं, जीवन की नैया तेरे हाथ।।
झूठे है ये सब रिश्ते नाते, वक्त पड़े तो काम नहीं आते, अपने पराए सबको देख लिया, साथ निभाए बस मेरी मैया, माँ के रहते डरने की, माँ के रहते डरने की, कैसी है बात, मैंने सौंपी हैं, जीवन की नैया तेरे हाथ।।
जबसे माँ ने थामा मेरा हाथ, कोई न रहता ये रहती है साथ, जीवन में खुशियां ही खुशियां है, इसके रहते बिगड़े ना मेरी बात, बाल भी बांका कर दे, बाल भी बांका कर दे, किसकी औकात, मैंने सौंपी हैं, जीवन की नैया तेरे हाथ।।
जैसे रखोगी वैसे रह लेंगे, सुख दुःख सारे हसकर सह लेंगे, चाहे कह ले कुछ भी ये संसार, छोडूंगा ना मैं तेरा दरबार, है तुमसे इतना कहना, किरपा बनाए रखना, दिन हो या रात, मैंने सौंपी हैं, जीवन की नैया तेरे हाथ।।
*तर्ज – किस्मत वालों को।*