बड़े दुःख पाए, शरण में आए, सुनकार तेरा नाम ‘मेरी लाज बचा ले श्याम’-2 ।। अन्तरा ।। नैया हमारी कौन बचाए, बैठे हैं मंझधार ऐसा अंधेरा छाया है बाबा, सुझे आर ना पार डगमग डोले, खाये हिचकोले, आने लगा तूफान मेरी लाज बचाले.....................।।1।। बिगड़ी हालत कई दिनों से सुधर नहीं पाई आज तुम्हारे दर पे बाबा आँखें भर आई देख के तुमको, श्याम इस दिल को, आया कुछ आराम मेरी लाज बचाले.....................।।2।। जब भी कोई विपदा आए, आए तेरी याद तेरे सिवा इस जग में बाबा कौन सुने फरयाद ‘बनवारी’ जिसका कोई नहीं है, उसका बाबा श्याम मेरी लाज बचाले.....................।।3।।