तुम रूठे रहो मोहन , हम तुमको मना लेंगे आहों में असर होगा , तेरा दिल भी हिला लेंगे तेरी याद की लो दिल में, रह रह के भड़कती है जो आग लगाई है, अश्कों से बुझा देंगे बड़ी आस से आये है , तेरे दर पे सनम मेरे तेरे दर के सवाली हैं , खली तो न जायेंगे तेरे चाहने वाले हैं, चाहत पे भरोसा है मिलने की तमन्ना है , हम मिल के दिखा देंगे वादा तो करो प्यारे, इक रोज़ मिलोगे तुम झूठा ही सही वादा, हम दिल बहला लेंगे तुम कहते हो मोहन, हमें राधा प्यारी है , हम राधे की किरपा से, तुमको भी पा लेंगे तुम कहते हो मोहन, हमें कहाँ बिठाओगे दिल में तो आ जाओ, हम पलकों पे बिठा लेंगे रास्ता तेरे मिलने का, हम जान गए मोहन राधे जब कह देंगी, हमें सरकार बुला लेंगे