तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी। राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥ सनकादिक तेरो यस गावे, ब्रह्मा विष्णु आरती उतारें। देखो इंद्र लगावे बुहारी, राधा रानी हमारी॥ सर्वेश्वरी जगत कल्याणी, ब्रज की मालिक राधा रानी। यहाँ कोई ना रहता भिखारी, राधा रानी हमारी॥ एक बार जो बोले राधा, कट जाएँ जीवन की बाधा।