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नाग पंचमी में करे नाग देवता को खुश !

25 - जुलाई - 2020 (शनिवार)

पंचमी तिथि आरम्भ = 02:34 बजे (24 जुलाई 2020)

पंचमी तिथि समाप्त = 12:02 बजे (25 जुलाई 2020)

 

नाग पंचमी प्रस्तावना :-

हमारे देश में नागो की पूजा प्राचीन काल से चली आ रही है ! नाग-पंचमी श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नागपंचमी का त्योहार मनाया जाता है ! इस बार 25 जुलाई 2020 को देशभर में नागपंचमी मनाई जाएगी ! इस दिन नाग देवता के 12 स्वरूप की पूजा की जाती है ! इस दिन भगवान शिव की भी पूजा करना काफी शुभ मन जाता है ! नाग देवता की पूजा करने और रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं ! इस दिन नागों का दर्शन शुभ माना जाता है !

नाग पंचमी पर्व क्यों मनाई जाती है :-

ऐसी माना जाता है कि समुद्र मंथन के समय जो विष निकला उसे पीने को कोई तैयार नहीं था ! परन्तु भगवान शंकर ने उसे पी लिया. भगवान शिव जब विष पी रहे थे तभी उनके मुख से विष की कुछ बूंद नीचे गिरगई और सर्प के मुख में चली गई ! इसके बाद ही सर्प जाति विषैली हो गई !

 

नाग पंचमी पूजा की विधि :-

देश के अलग-अलग जगह पर अगल - अगल तरीके से पूजा की जाती है ! उत्तरी भारत में लोग सुबह उठकर नाहा कर घर के मुख्य द्वार पर गाये के गोबर से नाग की प्रतिमा बनाते है और उनकी दूध, फूल, कुश, चंदन, दूब , कमल आदि से पूजा करते हैं ! कई जगह लोग  दीवार पर गेरू पोतकर पूजन का स्थान बनाते है ! कई लोग इस दिन सापो को दूध भी पिलाते है और इस दिन साप दिखना भी शुभ माना जाता है !

ऐसे करे पूजा की शुरुआत :-

  • सबसे पहले सुबह जल्दी उठ कर पुरे घर की अच्छे से सफाई करे !
  • इसके बाद प्रसाद बना भोग लगाने के लिए !
  • इसके बाद घर के मुखिये दवार पर साफ़ जगह पर साप का चित्र बना ले फिर धुप, जल, सुगंधित फूल, चंदन से अर्ध्य दें और आरती करें !
  • अगर काल सर्पदोष है तो इस मंत्र का जाप करें "ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट स्वाहा" !