श्रद्धेय श्री रामकृष्ण शास्त्री जी महाराज की अध्यक्षता में श्री राधा माधव सेवा जन कल्याण समिति का गठन हुआ जिसका उद्देश्य प्रतिवर्ष धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन कर समाज को धर्म के प्रति जागरूक करना है । - श्री रामकृष्ण शास्त्री जी महाराज
ब्रज के क्षेत्र, ऊँचा गाँव, बरसाना में १८ दिसंबर १९७० को एक ब्राह्मण परिवार में श्री लक्ष्मीनारायण पाठक और श्रीमती रूपवती पाठक के यहां जन्म हुआ श्रद्धेय श्री रामकृष्ण शास्त्री जी महाराज का ।
प्राथमिक शिक्षा महाराज श्री ने कोसी में प्राप्त की, प्रारंभ से ही श्रीजी महल (राधा रानी मंदिर ) बरसाना एवं कुलदेवी के मंगला आरती के दर्शन के लिए महाराज श्री नित्यप्रति जाया करते थे । १० वर्ष की आयु में महाराज श्री की माताजी का स्वर्गवास हो गया और तब से महाराज श्री अपनी दादी श्रीमती जयदेवी जी के पास में रहे, दादीजी अनेक धार्मिक कथायें महाराज श्री को श्रवण कराया करती थी। पूज्यश्री के पिताजी श्री गोकुलचंद्रमा जी मंदिर (कामवन) में वर्षों से सेवा प्रदत है ।
महाराज श्री ने संस्कृत में शिक्षा राधा बिहारी इंटर कॉलेज (बरसाना) से प्राप्त की एवं अपने चाचा जी श्री श्यामसुन्दर पाठक जी के साथ इंद्रप्रस्थ राजधानी में आने का अवसर प्राप्त हुआ। संगीत एवं संस्कृत में ज्ञान और रुचि के कारण दिल्ली में लक्ष्मीनारायण मंदिर में सेवा के लिए आमंत्रण प्राप्त हुआ ।
वहाँ प्रतिदिन महाराज श्री द्वारा भजन एवं श्रीमद् भागवत कथा के अध्याय के वाचन से प्रभावित हो, लक्ष्मीनारायण मंदिर (शालीमार बाग, दिल्ली) के ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा महाराज श्री को श्रीमद् भागवत सप्ताह के आयोजन के लिए सन १९९५ में आमंत्रित किया । वह दिन और आज २०१७ में २२ वर्ष पूर्ण हो गये है महाराज श्री द्वारा श्रीमद् भागवत कथा, श्री रामकथा एवं श्रीमद् देवीभागवत कथा की धारा अनेकानेक प्रांतो में बह रही है ।