रवि नंदन शाष्त्री जी एक बहुत ही प्रख्यात और उज्जवल कथा वाचक और भजन गायक हैं। इनके मधुर स्वर से कथा सुनकर सभी भक्त मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। समस्त वातावरण भक्ति तथा प्रेम से सराबोर हो जाता है।
शास्त्री जी का जन्म 24 अप्रैल 1982 को वृन्दावन ब्रज की पावन नगरी वृन्दावन में हुआ था। यह बचपन से ही भक्ति और वात्सल्य से भरे वातावरण में बड़े हुए, और उसी भक्ति के मार्ग को इन्होने अपना जीवन बना लिया।
शास्त्री जी ने श्रीमद भागवत, भगवत गीता सहित कई दिव्य शास्त्रों का अध्ययन किया है।
शास्त्री जी ने वृन्दावन सहित अनेक स्थानों पर अपनी दिव्य वाणी से भागवत कथा का प्रचार एवं प्रसार किया है। इसके साथ ही मीरा बाई के पद, राधा का कृष्ण प्रेम और भी कई मनमोहक भजनों की प्रस्तुति दी है, जिन्हे सुनकर श्रोता गण भावुक हो जाते हैं।