स्वामी चिदानन्द सरस्वती एक हिन्दू आध्यात्मिक गुरू एवं सन्त हैं। वे मुनि की रेती स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष हैं। वे भारतीय संस्कृति शोध प्रतिष्ठान, ऋषिकेश तथा पिट्सबर्ग (Pittsburgh) के हिन्दू-जैन मन्दिर के भी संस्थापक एवं अध्यक्ष हैं। उनकी प्रेरणा से सन् २०१२ में हिन्दू धर्म का विश्वकोश निर्मित हुआ।
पूज्य स्वामीजी ने संस्कृत और दर्शनशास्त्र में मास्टर डिग्री और साथ ही साथ कई भाषाओं में प्रवाह किया है। वह ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस (जीआईवीए) के सह-संस्थापक है, दुनिया की पहली अंतर्राष्ट्रीय अंतरफैथि पहल है, जो विश्व के सभी धर्मों को एकजुट करती है क्योंकि दुनिया भर में हर बच्चे को सुरक्षित, जीवन-रक्षक जल, स्वच्छता और पहुंच की सुविधा प्रदान करने में सहयोगी हैं।
पूज्य स्वामीजी भारत के सबसे बड़े इंटरफेथ, आध्यात्मिक संस्थानों में से एक, परमार्थ निकेतन आश्रम के ऋषिकेश, भारत के अध्यक्ष और आध्यात्मिक प्रमुख हैं। उनकी दिव्य प्रेरणा और नेतृत्व के अंतर्गत, परमार्थ निकेतन दुनिया भर में एक अभयारण्य बन गया है, जैसे कि कृपा, सौंदर्य, शांति और सच्चे दिव्य आनंद से भर गया। परमार्थ निकेतन (www.parmarth.org) द्वारा किए गए मानवतावादी गतिविधियों में से कई ने भी पूज्य स्वामीजी को भी बढ़ा दिया है। अब, आश्रम न केवल उन लोगों के लिए एक आध्यात्मिक स्वर्ग है, बल्कि यह उन लोगों को शिक्षा, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य देखभाल भी प्रदान करता है जिनकी जरूरत है।