पूजा घर से बनाये अपनी किस्मत
ऐसा कोई ही घर होगा जहां मंदिर या पूजा घर न हो, चाहे अमीर हो या गरीब सब के घर में पूजा के लिये स्थान अवश्य होता है। यहां तक कि जिन लोगो के घर में जगह की कमी है, वे लोग भी एक कोने में ईश्वर की स्थापना जरूर करते हैं। दोस्तो पूजा तो आप रोज करते है पर आपको बता दे कि दोस्तो पूजा घर के भी कुछ नियम होते है अगर इन नियमो का पालन सही से करे तो घर में हमें सुख, समृद्धि एंव मनचाहे धन की प्राप्ति होती है तो मैं आपको बताऊंगी वो नियम जिन्हें अपनाकर आपकी सोई हुई किस्मत जाग जायेगी।
नियम-
1. घर के पूजा स्थल में 12 इंच से अधिक बड़ी प्रतिमाओं की किस्मत नही करनी चाहिये
2. घर के पूजास्थल में रखी प्रतिमाओं का दैनिक स्नान कराने की भी आवश्यकता नही है .... हफ्ते में इक बार या महीने में एक बार भी आप स्नान करा सकते हैं।
3. पूजा घर की प्रतिमाओं को किसी भी कारण से बार बार अपनी जगह से हिलाना नही चाहियें।
4. शयन कक्ष में ( सोने वाला कमरा ) देवताओं की मूर्ति -देवी, तथा दक्षिण दिशा में पूजा घर स्थापित नहीं करना चाहिए। अगर जगह न हो तो रात को सोते समय पूजा स्थान को पर्दे से ढ़क दे।
5. पूजा घर को शौचालय या स्नानघर के ऊपर- नीचे या आसपास नहीं बनाना चाहिए।
6. पूजा घर के लिये प्राय हल्के पीले रंग को शुभ माना जाता है, अतः दीवारों पर हल्का पीला रंग किया जा सकता है।
7. पूजाघर के निकट एंव भवन में झाडू या कूडेदान आदि नहीं रखना चाहिए। संभव हो तो पूजा घर को साफ करने का झाडू पोंछा लगाया जाता हो उसे पूजाघर में उपयोग में न लाएं।
8. मंदिर के ऊपर बीम या कोई भारी वस्तु नही होनी चाहिये।
9. पूजा घर के अंदर कोई भी खंडित- ( टूटी-फूटी ) मूर्ति या तस्वीर नहीं रखनी चाहिये।
10. पूजा घर में किसी प्राचीन मंदिर से लाई गई प्रतिमा या स्थिर प्रतिमा को स्थापित नहीं करना चाहिए।
11. पूजा घर में युद्ध या पशुपक्षी के चित्र लगाना वास्तु के अनुसार उचित नहीं है।
12. पूजा घर में घन एवम् बहुमूल्य वस्तु नही रखनी चाहिये।
13. एक ही भगवान की एक से ज्यादा प्रतिमा या फोटो नही होनी चाहिये।
14. घर में जिस स्थान पर मंदिर है, वहां चमडे़ से बनी चीजें, जूते चप्पल नहीं ले जाना चाहिये।
15. मंदिर में मृतकों और पूर्वजों के चित्र भी नहीं लगाना चाहिए।