तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है प्यारी-प्यारी है ओ माँ, ओ माँ ये जो दुनिया है ये बन है काँटों का तू फुलवारी है ओ माँ, ओ माँ तू कितनी अच्छी है…
दूखन लागी है माँ तेरी अँखियाँ मेरे लिए जागी है तू सारी-सारी रतियाँ मेरी निंदिया पे, अपनी निंदिया भी, तूने वारी है ओ माँ, ओ माँ तू कितनी अच्छी है…
अपना नहीं तुझे सुख-दुख कोई मैं मुस्काया, तू मुस्काई, मैं रोया, तू रोई मेरे हँसने पे, मेरे रोने पे, तू बलिहारी है ओ माँ, ओ माँ तू कितनी अच्छी है…
माँ बच्चों की जां होती है वो होते हैं क़िस्मत वाले जिनके माँ होती है कितनी सुन्दर है, कितनी शीतल है, न्यारी-न्यारी है ओ माँ, ओ माँ तू कितनी अच्छी है…